जापान में गूंजा 'हर हर महादेव', प्रवासी भारतीयों ने की भव्य कांवड़ यात्रा

जापान में रह रहे बिहार-झारखंड के प्रवासी भारतीयों ने टोक्यो से श्रीराम मंदिर तक भव्य कांवड़ यात्रा निकाली। यह आयोजन भारतीय संस्कृति और धार्मिक आस्था का प्रतीक बना।

जापान में गूंजा 'हर हर महादेव', प्रवासी भारतीयों ने की भव्य कांवड़ यात्रा

हिंदू धर्म की परंपराएं केवल भारत तक सीमित नहीं हैं, बल्कि विश्व के अनेक देशों में बसे प्रवासी भारतीय इन्हें निष्ठा और गौरव के साथ निभा रहे हैं। यह परंपराएं केवल धार्मिक कर्मकांड नहीं हैं, बल्कि अपनी जड़ों से जुड़े रहने और सांस्कृतिक पहचान को सहेजने का माध्यम भी हैं। जापान में रह रहे भारतीयों ने भी इस भावना को साकार करते हुए कांवड़ यात्रा को एक प्रेरणादायी उत्सव के रूप में विकसित किया है।

बिहार और झारखंड से जुड़े प्रवासी भारतीयों द्वारा आयोजित कांवड़ यात्रा अब जापान में भारतीय संस्कृति की एक भव्य मिसाल बन चुकी है। बिहार फाउंडेशन जापान के सचिव विकास रंजन के अनुसार, जापान में पहली बार कांवड़ यात्रा का आयोजन वर्ष 2022 में हुआ था, जो अब एक पारंपरिक उत्सव का रूप ले चुका है।

हाल ही में संपन्न हुई चौथी कांवड़ यात्रा टोक्यो के फुनाबोरी क्षेत्र से आरंभ हुई। श्रद्धालुओं ने गंगाजल से भरी कांवड़ को कंधों पर रखकर "हर-हर महादेव" के जयघोष के साथ पैदल ओजिमा तक की यात्रा की। इसके बाद वाहन से लगभग 80 किलोमीटर की दूरी तय कर वे इबाराकी प्रांत स्थित श्रीराम मंदिर, बांदो पहुँचे, जहां भोलेनाथ का जलाभिषेक, विशेष श्रृंगार और भव्य आरती के साथ यात्रा का समापन हुआ।

यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था को दर्शाता है, बल्कि प्रवासी भारतीयों के बीच एकता, सामूहिकता और अपनी सांस्कृतिक विरासत के प्रति सम्मान की भावना को भी सशक्त करता है। जापान की धरती पर इस प्रकार की भारतीय धार्मिक गतिविधियों का विस्तार यह सिद्ध करता है कि भारतीय संस्कृति सीमाओं से परे जाकर भी जीवंत और प्रभावशाली बनी हुई है।