अब दो चरणों में होंगी CBSE की 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं, छात्रों को मिलेगा सुधार का अवसर

CBSE ने 2025 से 10वीं बोर्ड परीक्षा दो चरणों में आयोजित करने की घोषणा की है, जिससे छात्रों को दबावमुक्त होकर सुधार का मौका मिलेगा। यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप एक अहम पहल है।

अब दो चरणों में होंगी CBSE की 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं, छात्रों को मिलेगा सुधार का अवसर

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने घोषणा की है कि आगामी शैक्षणिक सत्र से कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं दो चरणों में आयोजित की जाएंगी। इस नई व्यवस्था के तहत पहली परीक्षा फरवरी में आयोजित की जाएगी, जो सभी छात्रों के लिए अनिवार्य होगी। इसके बाद मई में दूसरी परीक्षा होगी, जो वैकल्पिक रहेगी।

मई की परीक्षा उन विद्यार्थियों के लिए होगी जो फरवरी में मिले अंकों से असंतुष्ट हैं और बेहतर अंक प्राप्त करना चाहते हैं। सभी उत्तीर्ण छात्र विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान और भाषाओं में से किसी भी तीन विषयों में सुधार का प्रयास कर सकेंगे।

फरवरी में आयोजित होने वाली परीक्षा का परिणाम अप्रैल में आएगा, जबकि मई में आयोजित परीक्षा का परिणाम जून में घोषित किया जाएगा।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने CBSE के इस निर्णय की सराहना की है। उन्होंने कहा कि यह कदम छात्रों पर परीक्षा के दबाव को कम करेगा और उन्हें पढ़ाई के प्रति उत्साहित करेगा। उन्होंने इसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP-2020) की प्रमुख सिफारिशों में से एक बताया और कहा कि यह वैश्विक शिक्षा पद्धतियों के अनुरूप है।

उन्होंने यह भी कहा कि साल में दो बार परीक्षा आयोजित करने की प्रणाली छात्रों के लिए लाभदायक होगी और उन्हें अपने प्रदर्शन को सुधारने का एक अवसर भी मिलेगा।

यह नई व्यवस्था न केवल परीक्षा प्रणाली में लचीलापन लाएगी, बल्कि छात्रों को मानसिक रूप से बेहतर तैयार करने में भी मदद करेगी।