नवरात्र के पहले दिन घरों से लेकर शहर के देवी मंदिरों में कलश स्थापित कर मां की आराधना की गई। काशी विश्वनाथ धाम में पहली बार कलश स्थापना करके नवरात्रि का पूजन और उत्सव आयोजित किया गया।
गुरुवार को प्रतिपदा में प्रात: पांच शास्त्री मंदिर परिसर में कलश स्थापित करके मां दुर्गा का आह्वान किया गया। शाम को भजन और बनारसी लोकगीत पचरा का आयोजन होगा।
पांच शास्त्रियों द्वारा नौ दिन तक अनवरत दुर्गा सप्तशती का नियमित पाठ होगा। इसके साथ ही नौ दिन माता विशालाक्षी को चुनरी, सोलह शृंगार व प्रसाद बाबा विश्वनाथ की ओर से भेजी जाएगी। इसके साथ ही नवरात्रि में हर दिन नौ देवियों के अलग-अलग सिद्ध पीठों में चुनरी, सोलह शृंगार व प्रसाद भेंट किया जाएगा।