Sonipat News: गर्मी के साथ बढ़ने लगी नेत्र रोगियों की संख्या, सूर्य की तेज किरण से आंखों पर खतरा

तापमान चढ़ने के साथ ही नेत्र रोगियों की संख्या बढ़ने लगी है। इन दिनों एलर्जी व आंखों की अन्य समस्याओं से पीड़ित मरीज अस्पताल में पहुंच रहे हैं। जिला नागरिक अस्पताल में पहले प्रतिदिन 150 मरीज आते थे लेकिन अब प्रतिदिन औसतन 300 नेत्र रोगी पहुंच रहे हैं।

Sonipat News: गर्मी के साथ बढ़ने लगी नेत्र रोगियों की संख्या, सूर्य की तेज किरण से आंखों पर खतरा

तापमान चढ़ने के साथ ही नेत्र रोगियों की संख्या बढ़ने लगी है। इन दिनों एलर्जी व आंखों की अन्य समस्याओं से पीड़ित मरीज अस्पताल में पहुंच रहे हैं। जिला नागरिक अस्पताल में पहले प्रतिदिन 150 मरीज आते थे लेकिन अब प्रतिदिन औसतन 300 नेत्र रोगी पहुंच रहे हैं।

सोनीपत। तापमान चढ़ने के साथ ही नेत्र रोगियों की संख्या बढ़ने लगी है। इन दिनों एलर्जी व आंखों की अन्य समस्याओं से पीड़ित मरीज अस्पताल में पहुंच रहे हैं। जिला नागरिक अस्पताल में पहले प्रतिदिन 150 मरीज आते थे लेकिन अब प्रतिदिन औसतन 300 नेत्र रोगी पहुंच रहे हैं। नेत्र चिकित्सकों ने गर्मी में आंखों की सुरक्षा को लेकर लोगों को सुझाव दिया है।

आंखें शरीर की सबसे संवेदनशील अंग मानी जाती हैं। आंखों की सुरक्षा समय पर करना बेहद जरूरी है। अब जिले में गर्मी का असर लगातार बढ़ने लगा है। तापमान में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। वीरवार को अधिकतम तापमान 40.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। वहीं शुक्रवार को अधिकतम तापमान 42 डिग्री दर्ज किया गया। लगातार तापमान में बढोतरी की वजह से दोपहर में सूर्य की किरणें चुभने लगी हैं। जिससे आंखों को नुकसान हो सकता है। गर्मी में आंखों की कई बीमारियां होने का खतरा बढ़ता जा रहा है। आंखों में एलर्जी, आंखों में धूल कण जाने से मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। इस मौसम में हर तीसरा मरीज इसी प्रकार की समस्या से ग्रस्त है।

आंखों के एलर्जी के मरीज अस्पताल पहुंचने लगे हैं। हर 10 मरीज में कम से कम 3 मरीज आंखों की एलर्जी के आते हैं। गर्मी में सूर्य की तेज किरण (अल्ट्रा वायलेट किरण) के कारण आंखों पर खतरा बना रहता है। ज्यादा लापरवाही से आंख खराब होने की आशंका बनी रहती है। चिकित्सक के अनुसार सूरज की तेज किरणों से मोतियाबिंद, मैन्यूलर डीजनरेशन, टेरेजियम जैसे नेत्र रोग हो सकते हैं। वायरल कंजक्टिवाइटिस, एलर्जी भी होती है। इसमें आंखों में जलन, खुजली होने के साथ लालिमा रहती है। गर्मी में ज्यादा देर पंखे में रहने के कारण ड्राई आई की भी समस्या आती है। खुले में ज्यादा देर घूमने वालों की आंख पर खतरा ज्यादा रहता है। बच्चे ज्यादा देर तक धूप में घूमते-खेलते रहते हैं जिससे उनकी आंखों पर असर पड़ता है। चिकित्सक ने बताया कि तेज धूप से आंखों के रेटिना (पर्दा) पर प्रभाव पड़ता है। इस मौसम में लोगों को आंखों के प्रति विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। जरूरत महसूस होने पर नेत्र चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।

यह बरतें सावधानियां

चिकित्सकों ने गर्मी में आंखों के बचाव के लिए सावधानियां बरतने का सुझाव दिया है। चश्मा लगाकर और टोपी पहन कर धूप में निकलने, प्रतिदिन दो-तीन बार ठंडे पानी से आंखों को धोने, आंखों को नही मसलने, धूल, मिट्टी से आंखों को बचाने, सफर या देर तक बाहर रहने के बाद आंखों को आराम देने, हरी सब्जी और फल अधिक खाने और ज्यादा पानी पीने की सलाह दी गई है।