प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा में 10 हजार करोड़ रुपये लागत की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हरियाणा के लिए लगभग 10 हजार करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और शुभारंभ किया। कल डॉ. भीम राव आम्बेडकर जयंती के अवसर पर श्री मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हरियाणा के लिए लगभग 10 हजार करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और शुभारंभ किया। कल डॉ. भीम राव आम्बेडकर जयंती के अवसर पर श्री मोदी ने यमुना नगर में दीनबंधु छोटू राम ताप बिजली संयंत्र में 800 मेगावाट की तीसरी इकाई की आधारशिला रखी। यह परियोजना मौजूदा संयंत्र का विकास है। वर्तमान में इससे 300 मेगावाट की दो इकाइयों का परिचालन होता है। लोकार्पित परियोजना के 52 महीने में पूरी होने का लक्ष्य रखा गया है। मार्च 2029 तक इससे व्यवसायिक परिचालन शुरू हो जाने की संभावना है। इस नई इकाई के साथ हरियाणा की बिजली उत्पादन क्षमता बढ़कर 3,382 मेगावाट हो जाएगी।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर यमुना नगर में नब्बे करोड़ रुपये लागत के गोबर धन संयंत्र की आधारशिला भी रखी। इस संयंत्र से 2600 मिट्रिक टन कम्प्रेस्ड बायोगैस का वार्षिक उत्पादन हो सकेगा। श्री मोदी ने रेवाड़ी बाईपास का भी शुभारंभ किया। इस पर 1069 करोड़ रुपये की लागत आई है। भारत माला योजना के तहत इसे विकसित किया गया है। चार लेन के इस रेवाड़ी बाईपास से ट्रैफिक जाम की समस्या हल होगी।
हरियाणा के किसानों के कठिन परिश्रम की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि केन्द्र और राज्य की सरकारें उनकी चुनौतियों के समाधान में मजबूत साझेदार है। उन्होंने हरियाणा के किसानों को सशक्त बनाए जाने के प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि राज्य सरकार अब न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 24 अनाजों की खरीद कर रही है। श्री मोदी ने कहा कि पीएम फसल बीमा योजना से हरियाणा के लाखों किसान लाभान्वित हुए हैं, इसके तहत 9000 करोड़ रुपये से अधिक के दावे प्राप्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के माध्यम से हरियाणा के किसानों को साढ़े छह हजार करोड़ रुपये दिये गए हैं।
प्रधानमंत्री ने हरियाणा दौरे में हिसार में महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन का भी शिलान्यास किया और इस हवाई अड्डे से अयोध्या के लिए पहली उड़ान को रवाना किया। श्री मोदी ने कहा कि वर्ष 2014 से पहले देश में केवल सत्तर हवाई अड्डे थे, अब इनकी संख्या बढ़कर 150 से भी अधिक हो गई है।