प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी गुजरात के गांधीनगर में 5,500 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधीनगर में 5536 करोड़ की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया, जिसमें शहरी विकास, जल प्रबंधन, स्वास्थ्य और आवास योजनाएं शामिल हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी गुजरात के गांधीनगर में 5,500 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गुजरात के गांधीनगर में महात्मा मंदिर में 5 हजार पांच सौ 36 करोड़ रुपये की लागत वाली विभिन्‍न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इन में शहरी विकास, बुनियादी ढांचा, जल संसाधन प्रबंधन, स्वास्थ्य सेवा और राजस्व सेवाओं सहित प्रमुख परियोजनाएं शामिल हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गांधीनगर में गुजरात शहरी विकास की 20वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में भाग लेंगे। यह कार्यक्रम शहरी विकास वर्ष-2005 के शुभारंभ के दो दशक पूरे होने का प्रतीक है। गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री के रूप में श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई इस पहल का उद्देश्य योजनाबद्ध बुनियादी ढांचे, बेहतर शासन और शहरी निवासियों का जीवन स्तर बेहतर करके गुजरात के शहरी परिदृश्य में बदलाव लाना था।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री गुजरात में शहरी प्रगति के लिए नये रोडमैप शहरी विकास वर्ष-2025 का शुभारंभ करेंगे। श्री मोदी वायु गुणवत्ता में सुधार और सतत शहरी जीवन को बढ़ावा देने के लिए गुजरात की शहरी विकास योजना और राज्य स्वच्छ वायु कार्यक्रम का भी शुरूआत करेंगे। श्री मोदी, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 22 हजार से अधिक आवास इकाइयों को लाभार्थियों को समर्पित करेंगे। प्रधानमंत्री स्वर्णिम जयंती मुख्यमंत्री शहरी विकास योजना के तहत गुजरात में शहरी स्थानीय निकायों के लिए तीन हजार तीन सौ करोड़ रुपये की धनराशि जारी करेंगे।

प्रधानमंत्री कल गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे। श्री मोदी ने कल शाम भुज में 53,400 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इससे पहले प्रधानमंत्री ने दाहोद में 24,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत की विभिन्‍न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। श्री मोदी ने दाहोद में रेल इंजन विनिर्माण संयंत्र का भी उद्घाटन किया। इस संयंत्र में घरेलू उद्देश्यों और निर्यात के लिए 9000 हॉर्स पावर के इलेक्ट्रिक इंजनों का उत्पादन किया जाएगा। उन्होंने संयंत्र से निर्मित पहले इलेक्ट्रिक इंजन को भी हरी झंडी दिखाई।