प्रधानमंत्री मोदी का त्रिनिदाद और टोबैगो दौरा: छह समझौतों पर हस्ताक्षर, वैश्विक दक्षिण को मिली नई दिशा

पीएम मोदी ने त्रिनिदाद और टोबैगो की संसद को संबोधित किया, छह समझौतों पर हस्ताक्षर किए और वैश्विक दक्षिण को मजबूत करने की प्रतिबद्धता दोहराई।

प्रधानमंत्री मोदी का त्रिनिदाद और टोबैगो दौरा: छह समझौतों पर हस्ताक्षर, वैश्विक दक्षिण को मिली नई दिशा

भारत-त्रिनिदाद रिश्तों को नई मजबूती

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने त्रिनिदाद और टोबैगो दौरे के दौरान राजधानी पोर्ट ऑफ स्पेन के प्रतिष्ठित रेड हाउस में देश की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर से व्यापक वार्ता की। इस ऐतिहासिक बैठक में छह अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए, जो बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य सेवा, रक्षा, फार्मास्यूटिकल्स, कृषि अनुसंधान और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देंगे।

वैश्विक मुद्दों पर साझा दृष्टिकोण

प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर बताया कि दोनों देशों ने आपदा प्रबंधन, जलवायु परिवर्तन, और आतंकवाद से निपटने जैसे मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने का निर्णय लिया है। भारत और त्रिनिदाद ने मिलकर वैश्विक दक्षिण की आवाज़ को सशक्त बनाने और कैरिकॉम (CARICOM) देशों के साथ संबंध गहरे करने का संकल्प लिया।

राष्ट्रपति से मुलाकात और द्विपक्षीय संबंध

प्रधानमंत्री मोदी ने त्रिनिदाद और टोबैगो की राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू से भी मुलाकात की। इस भेंट में उन्होंने भारत की ओर से कैरेबियाई देशों के साथ दीर्घकालीन सहयोग और समर्थन को दोहराया। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत की वैश्विक दक्षिण के लिए प्रतिबद्धता निरंतर बनी हुई है।

त्रिनिदाद संसद में ऐतिहासिक भाषण

अपने दौरे के दौरान पीएम मोदी ने त्रिनिदाद और टोबैगो की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। यह एक ऐतिहासिक अवसर था, जहां उन्होंने कहा:

“विकासशील देशों की आवाज़ हाशिए पर है। भारत अपने सहयोगियों के साथ मिलकर उन्हें वैश्विक मंच पर उचित स्थान दिलाने के लिए काम कर रहा है।”

उन्होंने यह भी बताया कि जी-20 की भारत की अध्यक्षता के दौरान भारत ने वैश्विक दक्षिण की प्राथमिकताओं को वैश्विक चर्चा के केंद्र में लाया। उन्होंने पुरानी वैश्विक संस्थाओं में सुधार की आवश्यकता बताई और कहा कि समय अब नई और न्यायसंगत विश्व व्यवस्था का है।

आतंकवाद और लोकतंत्र पर भारत का दृष्टिकोण

प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में जोर देकर कहा कि भारत आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई को अंतरराष्ट्रीय प्राथमिकता मानता है। उन्होंने वैश्विक समुदाय से आग्रह किया कि शांति और स्थिरता के लिए आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हों।

प्रधानमंत्री मोदी ने लोकतंत्र को भारत का जीवन-मूल्य बताया और कहा कि यह सिर्फ राजनीतिक व्यवस्था नहीं बल्कि हमारी संस्कृति और परंपरा है। उन्होंने त्रिनिदाद में भारतीय मूल की महिला नेताओं की सफलता की प्रशंसा करते हुए लोकतांत्रिक मूल्यों को साझा विरासत बताया।

प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा न केवल भारत-त्रिनिदाद संबंधों को नई ऊर्जा देने वाला है, बल्कि वैश्विक दक्षिण के नेतृत्व में भारत की भूमिका को भी उजागर करता है। छह समझौतों, वैश्विक सहयोग के वादों और लोकतांत्रिक मूल्यों की साझा भावना ने इस यात्रा को ऐतिहासिक बना दिया।