प्रधानमंत्री मोदी की ऐतिहासिक त्रिनिदाद एवं टोबैगो यात्रा: द्विपक्षीय संबंधों में नई ऊर्जा
प्रधानमंत्री मोदी की त्रिनिदाद यात्रा में ऐतिहासिक समझौते, भारत-त्रिनिदाद संबंधों को नई ऊंचाई; डिजिटल, स्वास्थ्य, शिक्षा, संस्कृति और UNSC में सहयोग बढ़ा।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 3-4 जुलाई 2025 को त्रिनिदाद एवं टोबैगो की ऐतिहासिक द्विपक्षीय यात्रा की, जो किसी भारतीय प्रधानमंत्री की 26 वर्षों में पहली यात्रा रही। यह यात्रा भारतीय प्रवासियों के 180 वर्षों के योगदान का सम्मान करने और दोनों देशों के सभ्यतागत, सामाजिक और आर्थिक संबंधों को सुदृढ़ करने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हुई।
प्रधानमंत्री मोदी को त्रिनिदाद एवं टोबैगो के सर्वोच्च नागरिक सम्मान "ऑर्डर ऑफ द रिपब्लिक ऑफ त्रिनिदाद एंड टोबैगो" से सम्मानित किया गया।
यात्रा के दौरान स्वास्थ्य, शिक्षा, डिजिटल सहयोग, कृषि, फार्मा, संस्कृति और खेल समेत अनेक क्षेत्रों में महत्वपूर्ण समझौते और साझेदारियां हुईं। प्रधानमंत्री मोदी ने 2000 लैपटॉप्स का उपहार, 1 मिलियन डॉलर की कृषि मशीनरी, और 800 दिव्यांगों के लिए कृत्रिम अंग शिविर की घोषणा की।
दोनों देशों ने डिजिटल इंडिया प्लेटफॉर्म्स, जैसे UPI, DigiLocker, eSign और GeM के जरिए सहयोग बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई।
इसके अतिरिक्त, योग, हिंदी, भारतीय प्रवासी पंडित प्रशिक्षण, और गीता महोत्सव के जरिए सांस्कृतिक संबंधों को और गहराया जाएगा। त्रिनिदाद को OCI कार्ड की सुविधा प्रवासी भारतीयों की छठी पीढ़ी तक विस्तार करने की भी घोषणा की गई।
त्रिनिदाद एवं टोबैगो ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता के लिए समर्थन दोहराया और भारत ने त्रिनिदाद की आगामी उम्मीदवारी का समर्थन किया।
यह यात्रा दोनों देशों के बीच सशक्त, समावेशी और दूरदर्शी साझेदारी की दिशा में निर्णायक कदम रही।