अयोध्या में दिव्यता और श्रद्धा का संगम, राम दरबार की भव्य प्राण प्रतिष्ठा संपन्न
अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के राम दरबार की भव्य प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हुई। मंत्रोच्चारण, संतों की उपस्थिति और सीएम योगी की भागीदारी ने इस आयोजन को दिव्यता से भर दिया।

रामनगरी अयोध्या एक बार फिर भक्ति, श्रद्धा और दिव्यता से सराबोर हो उठी है। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में आज राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा विधिवत और भव्य रूप से संपन्न हो रही है। इस विशेष अवसर पर पूरे परिसर में आध्यात्मिक ऊर्जा और मंत्रोच्चारण की दिव्य ध्वनि गूंज रही है।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान संतों, आचार्यों और पुजारियों ने वेद मंत्रों का उच्चारण करते हुए पूरी विधि-विधान से भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की मूर्तियों की प्रतिष्ठा की। मंदिर परिसर में मौजूद हज़ारों श्रद्धालु इस अद्वितीय और ऐतिहासिक दृश्य के साक्षी बने।
इस पावन अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित रहे। उन्होंने राम दरबार की आरती में भाग लिया और पूजा अनुष्ठान में सम्मिलित होकर श्रद्धा व्यक्त की। मुख्यमंत्री योगी की मौजूदगी ने इस आयोजन को और भी गरिमामयी बना दिया।
राम दरबार की भव्यता और उसकी दिव्य सज्जा ने हर रामभक्त का मन मोह लिया। मंदिर के गर्भगृह में भगवान राम का दरबार अत्यंत मनोहारी स्वरूप में सजा हुआ है। स्वर्णाभूषणों से विभूषित श्रीराम, उनके चरणों में विराजमान लक्ष्मण, सीता माता की शांत मुस्कान और भक्त हनुमान का समर्पण भाव—इन सबने मिलकर एक ऐसी अलौकिक अनुभूति उत्पन्न की जो हर भक्त की आंखों में आंसू और हृदय में भक्ति भर रही है।
प्राण प्रतिष्ठा के दौरान मंदिर प्रांगण में कई धार्मिक सांस्कृतिक आयोजन भी हुए। संगीत, भजन और रामचरितमानस के पाठ ने वातावरण को और अधिक पवित्र और भक्तिमय बना दिया।
श्रीराम जन्मभूमि मंदिर न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि आस्था का एक ऐसा केंद्र बन गया है, जहां हर श्रद्धालु को आत्मिक शांति और आध्यात्मिक अनुभूति होती है। राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा न केवल धार्मिक अनुष्ठान है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक आत्मा की पुनर्स्थापना का भी प्रतीक है।
इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनना हर रामभक्त के लिए सौभाग्य की बात है। अयोध्या का यह दृश्य आने वाले समय में न केवल देशवासियों बल्कि वैश्विक श्रद्धालुओं के लिए आस्था और भक्ति का केंद्रबिंदु बन जाएगा।