'जाति जनगणना के लिए BJP पर डालेंगे दबाव', बोले राहुल गांधी तो केंद्रीय मंत्री ने किया पलटवार, कहा- सत्ता में रहते हुए क्यों नहीं करवाए?
Bihar Caste Survey: बिहार में हुए जातिगत सर्वे के बाद से जाति जनगणना पर नए सिरे से बहस शुरू हो गई है. कांग्रेस ने भी जितनी आबादी उसको उतना हक का नारा दिया है. वहीं बीजेपी मुख्य विपक्षी पार्टी की मंशा पर सवाल उठा रही है. इस बीच सोमवार (9 अक्टूबर) को कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक में संकल्प लिया गया कि सरकार बनने पर जाति जनगणना करवाएंगे. इस फैसले को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ऐतिहासिक करार दिया. इस पर बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा कि वो समाज को बांटने का प्रयास कर रहे हैं. वहीं पूर्व सीएम मायावती ने बीजेपी और कांग्रेस दोनों पर हमला किया. बड़ी बातें- 1. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को कहा कि हमने सर्वसम्मति से जाति आधारित जनगणना के विचार का समर्थन करने का फैसला किया. उन्होंने कहा, ‘‘हिंदुस्तान के भविष्य के लिए जातिगत जनगणना जरूरी है. जातिगत जनगणना के बाद विकास का एक नया रास्ता खुलेगा. कांग्रेस पार्टी इस काम को पूरा करके ही छोड़ेगी. याद रखिए. जब हम वादा करते हैं तो उसे तोड़ते नहीं हैं. ’’ 2. वहीं केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता धर्मेंद्र प्रधान ने राहुल गांधी को निशाने पर लिया. सोशल मीडिया एक्स पर उन्होंने लिखा, ''क्या यह सच नहीं है कि उनके नेता राजीव गांधी ने मंडल कमीशन के तहत केंद्रीय सरकार की नौकरियों में पिछड़ों के लिए 27 फीसदी आरक्षण का विरोध किया था? आज का राहुल गांधी का नाटक उसी राजनीतिक पाप पर पर्दा डालने की एक फूहड़ कोशिश है.'' 3. धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि जातिगत जनगणना की आड़ में आज कांग्रेस समाज को बांटने और राजनीतिक रोटियां सेंकने का प्रयास कर रही है. आजादी से लेकर यूपीए 2 तक के कार्यकाल में कांग्रेस ने जातिगत जनगणना का घोर विरोध किया. राहुल गांधी पहले यह बताएं कि जब दशकों से कांग्रेस सत्ता में थी तो तब उन्होंने जातिगत गणना क्यों नहीं करवाई? जातिगत जनगणना का संवैधानिक अधिकार केवल केंद्र सरकार को है. जातिगत जनगणना पर राहुल गांधी केवल भ्रामक बात कर रहे हैं. 4. वहीं बीजेपी ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. के लक्ष्मण ने कहा कि कांग्रेस नाटक कर रही है. उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, ''पहले ये बताओ कि कर्नाटक में सर्वे करके पब्लिश क्यों नहीं किया. तेलंगाना में जो बीआरएस की सरकार है वो आपकी (कांग्रेस) साथी थी. उसने भी आंकड़े सार्वजनिक क्यों नहीं किए. ये (कांग्रेस) नाटक है. ये कांग्रेस जाति के नाम पर राजनीति कर रही है. हमने ओबीसी को प्रधानमंत्री बनाया और दलित को राष्ट्रपति बनाया.'' 5. राहुल गांधी ने कहा कि हम राजस्थान, छत्तीसगढ़ और कर्नाटक सहित अन्य कांग्रेस शासित राज्य में जाति आधारित सर्वे करने की तरफ आगे बढ़ेंगे. अन्य राज्यों को लेकर हम बीजेपी पर भी दवाब बनाएंगे. राहुल गांधी ने दावा किया, ''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओबीसी वर्ग के लिए काम नहीं करते बल्कि उनका ध्यान भटकाने का प्रयास करते हैं. कभी वो परिसीमन की बात करते हैं तो कभी वो दक्षिण भारत के साथ भेदभाव की. ये सिर्फ भटकाने के लिए है.'' 6. राहुल गांधी ने कहा कि जाति आधारित जनगणना एक 'एक्सरे' की तरह है जिससे ओबीसी और अन्य वर्गों की स्थिति के बारे में पता चल सकेगा और उनका विकास हो सकेगा. सत्ता में रहते हए जातीय जनगणना नहीं कराना हमारी गलती थी, लेकिन इसे अब हम ठीक करेंगे. 7. कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में जाति जनगणना कराने, अन्य पिछड़े वर्गों (ओबीसी), अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षण की अधितम 50 प्रतिशत की सीमा को बढ़ाने की पैरवी भी की गई. मीटिंग में फैसला हुआ कि 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद वह केंद्र की सत्ता में आती है तो राष्ट्रीय स्तर पर जाति जनगणना कराई जाएगी. ओबीसी महिलाओं की भागीदारी के साथ महिला आरक्षण को जल्द से जल्द लागू किया जाएगा. 8. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता जल (RJD) के चीफ लालू यादव ने भी जातिगत जनगणना को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, ''जातिगत जनगणना के विरुद्ध जो भी लोग है वो इंसानियत, सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक बराबरी और समानुपातिक प्रतिनिधित्व के ख़िलाफ है. ऐसे लोगों में रत्तीभर भी न्यायिक चरित्र नहीं होता है.'' 9. लालू यादव ने कहा कि किसी भी प्रकार की असमानता और गैरबराबरी के ऐसे समर्थक अन्यायी प्रवृत्ति के होते है जो जन्म से लेकर मृत्यु तक केवल और केवल जन्मजात जातीय श्रेष्ठता के आधार एवं दंभ पर दूसरों का हक खाकर अपनी कथित श्रेष्ठता को बरकरार रखना चाहते है.कैंसर का इलाज सिरदर्द की दवा खाने से नहीं होगा. 10. बहुजन समाज पार्टी (BSP) की सुप्रिमो मायावती ने कांग्रेस और बीजेपी दोनों पर हमला किया. उन्होंने कहा, ''वैसे तो घोर जातिवादी एवं आरक्षण विरोधी पार्टियां, खासकर भाजपा और कांग्रेस अगले लोकसभा चुनाव से पहले वोटों के स्वार्थ के चलते खुद को उनका हितैषी दिखाने की होड़ में जुटी हैं, लेकिन दलितों/आदिवासियों के साथ बहुजन समाज के खास हिस्से ओबीसी व धार्मिक अल्पसंख्यकों के हितों एवं कल्याण तथा उनके संवैधानिक हक को लेकर बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के बाद मान्यवर कांशीराम 'का संघर्ष बेहतरीन व बेमिसाल रहा है.'' इनपुट भाषा से भी. ये भी पढ़ें- LAHDC Election: '...तो नुकसान गठबंधन का ही होगा', I.N.D.I.A. में सीट बंटवारे पर बोले उमर अब्दुल्ला, LAHDC रिजल्ट पर भी दिया बयान
Bihar Caste Survey: बिहार में हुए जातिगत सर्वे के बाद से जाति जनगणना पर नए सिरे से बहस शुरू हो गई है. कांग्रेस ने भी जितनी आबादी उसको उतना हक का नारा दिया है. वहीं बीजेपी मुख्य विपक्षी पार्टी की मंशा पर सवाल उठा रही है. इस बीच सोमवार (9 अक्टूबर) को कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक में संकल्प लिया गया कि सरकार बनने पर जाति जनगणना करवाएंगे. इस फैसले को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ऐतिहासिक करार दिया. इस पर बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा कि वो समाज को बांटने का प्रयास कर रहे हैं. वहीं पूर्व सीएम मायावती ने बीजेपी और कांग्रेस दोनों पर हमला किया. बड़ी बातें-
1. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को कहा कि हमने सर्वसम्मति से जाति आधारित जनगणना के विचार का समर्थन करने का फैसला किया. उन्होंने कहा, ‘‘हिंदुस्तान के भविष्य के लिए जातिगत जनगणना जरूरी है. जातिगत जनगणना के बाद विकास का एक नया रास्ता खुलेगा. कांग्रेस पार्टी इस काम को पूरा करके ही छोड़ेगी. याद रखिए. जब हम वादा करते हैं तो उसे तोड़ते नहीं हैं. ’’
2. वहीं केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता धर्मेंद्र प्रधान ने राहुल गांधी को निशाने पर लिया. सोशल मीडिया एक्स पर उन्होंने लिखा, ''क्या यह सच नहीं है कि उनके नेता राजीव गांधी ने मंडल कमीशन के तहत केंद्रीय सरकार की नौकरियों में पिछड़ों के लिए 27 फीसदी आरक्षण का विरोध किया था? आज का राहुल गांधी का नाटक उसी राजनीतिक पाप पर पर्दा डालने की एक फूहड़ कोशिश है.''
3. धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि जातिगत जनगणना की आड़ में आज कांग्रेस समाज को बांटने और राजनीतिक रोटियां सेंकने का प्रयास कर रही है. आजादी से लेकर यूपीए 2 तक के कार्यकाल में कांग्रेस ने जातिगत जनगणना का घोर विरोध किया. राहुल गांधी पहले यह बताएं कि जब दशकों से कांग्रेस सत्ता में थी तो तब उन्होंने जातिगत गणना क्यों नहीं करवाई? जातिगत जनगणना का संवैधानिक अधिकार केवल केंद्र सरकार को है. जातिगत जनगणना पर राहुल गांधी केवल भ्रामक बात कर रहे हैं.
4. वहीं बीजेपी ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. के लक्ष्मण ने कहा कि कांग्रेस नाटक कर रही है. उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, ''पहले ये बताओ कि कर्नाटक में सर्वे करके पब्लिश क्यों नहीं किया. तेलंगाना में जो बीआरएस की सरकार है वो आपकी (कांग्रेस) साथी थी. उसने भी आंकड़े सार्वजनिक क्यों नहीं किए. ये (कांग्रेस) नाटक है. ये कांग्रेस जाति के नाम पर राजनीति कर रही है. हमने ओबीसी को प्रधानमंत्री बनाया और दलित को राष्ट्रपति बनाया.''
5. राहुल गांधी ने कहा कि हम राजस्थान, छत्तीसगढ़ और कर्नाटक सहित अन्य कांग्रेस शासित राज्य में जाति आधारित सर्वे करने की तरफ आगे बढ़ेंगे. अन्य राज्यों को लेकर हम बीजेपी पर भी दवाब बनाएंगे. राहुल गांधी ने दावा किया, ''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओबीसी वर्ग के लिए काम नहीं करते बल्कि उनका ध्यान भटकाने का प्रयास करते हैं. कभी वो परिसीमन की बात करते हैं तो कभी वो दक्षिण भारत के साथ भेदभाव की. ये सिर्फ भटकाने के लिए है.''
6. राहुल गांधी ने कहा कि जाति आधारित जनगणना एक 'एक्सरे' की तरह है जिससे ओबीसी और अन्य वर्गों की स्थिति के बारे में पता चल सकेगा और उनका विकास हो सकेगा. सत्ता में रहते हए जातीय जनगणना नहीं कराना हमारी गलती थी, लेकिन इसे अब हम ठीक करेंगे.
7. कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में जाति जनगणना कराने, अन्य पिछड़े वर्गों (ओबीसी), अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षण की अधितम 50 प्रतिशत की सीमा को बढ़ाने की पैरवी भी की गई. मीटिंग में फैसला हुआ कि 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद वह केंद्र की सत्ता में आती है तो राष्ट्रीय स्तर पर जाति जनगणना कराई जाएगी. ओबीसी महिलाओं की भागीदारी के साथ महिला आरक्षण को जल्द से जल्द लागू किया जाएगा.
8. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता जल (RJD) के चीफ लालू यादव ने भी जातिगत जनगणना को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, ''जातिगत जनगणना के विरुद्ध जो भी लोग है वो इंसानियत, सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक बराबरी और समानुपातिक प्रतिनिधित्व के ख़िलाफ है. ऐसे लोगों में रत्तीभर भी न्यायिक चरित्र नहीं होता है.''
9. लालू यादव ने कहा कि किसी भी प्रकार की असमानता और गैरबराबरी के ऐसे समर्थक अन्यायी प्रवृत्ति के होते है जो जन्म से लेकर मृत्यु तक केवल और केवल जन्मजात जातीय श्रेष्ठता के आधार एवं दंभ पर दूसरों का हक खाकर अपनी कथित श्रेष्ठता को बरकरार रखना चाहते है.कैंसर का इलाज सिरदर्द की दवा खाने से नहीं होगा.
10. बहुजन समाज पार्टी (BSP) की सुप्रिमो मायावती ने कांग्रेस और बीजेपी दोनों पर हमला किया. उन्होंने कहा, ''वैसे तो घोर जातिवादी एवं आरक्षण विरोधी पार्टियां, खासकर भाजपा और कांग्रेस अगले लोकसभा चुनाव से पहले वोटों के स्वार्थ के चलते खुद को उनका हितैषी दिखाने की होड़ में जुटी हैं, लेकिन दलितों/आदिवासियों के साथ बहुजन समाज के खास हिस्से ओबीसी व धार्मिक अल्पसंख्यकों के हितों एवं कल्याण तथा उनके संवैधानिक हक को लेकर बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के बाद मान्यवर कांशीराम 'का संघर्ष बेहतरीन व बेमिसाल रहा है.''
इनपुट भाषा से भी.