अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस: कचरे की गाड़ी में बैठकर आयोजन में पहुंची महिलाएं, CMO बोले- गाड़ी वाले ने दिया धोखा
छत्तीसगढ़ में महिलाओं कचरे की गाड़ी में बैठी महिलाओं का एक वीडियो वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि महिलाएं शक्ति वंदन कार्यक्रम में शामिल होने जा रहीं थी और उन्हें वहां तक कचरे की गाड़ी में बिठाकर ले जाया जा रहा था।

छत्तीसगढ़ में महिलाओं कचरे की गाड़ी में बैठी महिलाओं का एक वीडियो वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि महिलाएं शक्ति वंदन कार्यक्रम में शामिल होने जा रहीं थी और उन्हें वहां तक कचरे की गाड़ी में बिठाकर ले जाया जा रहा था।
केंद्र व छत्तीसगढ़ की सरकार महिलाओं को आगे बढ़ाने नारी शक्ति वंदन, महतारी वंदन जैसी योजनाएं चला रही हैं। वहीं, बालोद में महिलाओं का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें महिलाएं कचरे की गाड़ी में बैठी हुई दिखाई दे रही हैं। बताया जा रहा है कि प्रशासन द्वारा आयोजित महत्वपूर्ण शक्ति वंदन कार्यक्रम में महिलाओं को वहां तक पहुंचाना था, जिसमें नगर पंचायत डोंडी के मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने महिलाओं को कचरा गाड़ी में आयोजन स्थल तक ले जाने की व्यवस्था की, जिसकी अब पूरे जिले में आलोचना हो रही है।
आपको बता दें कि कचरा गाड़ी में बैठकर आयोजन में शामिल होने वाली महिलाओं ने ही यह पूरा वीडियो बनाया है। इसके बाद से अब यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। एक तरफ जहां इस आयोजन में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के साथ ही महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ाना था तो दूसरी ओर नगर पंचायत डोंडी के अधिकारियों ने नारी अस्मिता को ठेस पहुंचाने का काम किया है।
आनन-फानन में लेना पड़ा निर्णय- सीएमओ
सीएमओ ने कहा कि, 'प्रधानमंत्री का कार्यक्रम था। मैंने गाड़ी की व्यवस्था की थी, लेकिन गाड़ी वाले ने धोखा दे दिया। इसके बाद आनन-फानन में ऐसा करना पड़ा। कार्यक्रम बालोद में था, लेकिन राजहरा नगर पालिका द्वारा बात करने के बाद वहां भेज दो बोले, फिर गाड़ी नहीं मिली तो मुझे ये सब करना पड़ा। बाकी महिलाएं आराम से वहां तक पहुंची। महिलाओं के आत्मसम्मान के साथ खिलवाड़ हुआ है, जिसके कारण अब सोशल मीडिया में वीडियो वायरल हो रहा है।
ये इसी सरकार में संभव : विधायक संगीता सिन्हा
विधायक संगीता सिन्हा ने कहा कि नारी सम्मान का झूठा ढोंग केवल भाजपा सरकार में ही संभव है। इस मामले की शिकायत की जाएगी। एक तरफ सरकार महिलाओं को आगे बढ़ाने का काम करती है तो दूसरी तरफ महिलाओं को कचरे डब्बे तक सीमित करना चाहती है। वो महिलाएं बहादुर हैं, जिन्होंने इस कृत्य का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में वायरल किया। अधिकारी सरकार के प्रतिनिधि होते हैं। इस घटना के लिए अधिकारी से लेकर सरकार दोषी है। वोट बैंक के लिए महिलाओं के सम्मान की बात करते हैं, लेकिन असल सम्मान अब सभी के सामने आ गया है।