योगी आदित्यनाथ: प्रवृत्ति, विकृति और संस्कृति से बनता है जीवन का आधार

लखनऊ में लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के 5वें स्थापना दिवस पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जीवन की तीन स्थितियां प्रवृत्ति, विकृति और संस्कृति हैं, और लोहिया संस्थान संस्कृति का बेहतरीन उदाहरण है।

योगी आदित्यनाथ: प्रवृत्ति, विकृति और संस्कृति से बनता है जीवन का आधार

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के 5वें स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने संस्थान की प्रगति की सराहना की और स्वास्थ्य सेवाओं के साथ-साथ सांस्कृतिक मूल्यों के महत्व पर भी जोर दिया।

अपने संबोधन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “हमारे जीवन की तीन स्थितियां होती हैं – प्रवृत्ति, विकृति और संस्कृति। इनमें से संस्कृति ही समाज और जीवन को सही दिशा प्रदान करती है।” उन्होंने कहा कि डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान ने संस्कृति का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया है, जहाँ न केवल स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं बल्कि मानवीय संवेदनाओं और सामाजिक मूल्यों को भी महत्व दिया जाता है।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि लोहिया संस्थान प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में चिकित्सा शिक्षा, शोध और स्वास्थ्य सेवाओं का महत्वपूर्ण केंद्र बन चुका है। उन्होंने इस संस्थान के चिकित्सकों, स्वास्थ्यकर्मियों और कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा कि उनकी मेहनत और समर्पण ने इसे विशिष्ट पहचान दिलाई है।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि उत्तर प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में लगातार सुधार और विस्तार की दिशा में काम कर रही है। प्रदेश के हर जिले में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के साथ ही मेडिकल कॉलेज और सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों के निर्माण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

लोहिया संस्थान का यह स्थापना दिवस समारोह प्रदेश में संस्कृति और स्वास्थ्य के संगम का प्रतीक बना और मुख्यमंत्री के संबोधन ने इसे और विशेष बना दिया।