Rampur Lok Sabha seat: अब तक की सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड मिक्की मियां के नाम, नकवी सबसे कम वोटों से हुए विजयी

लोकसभा चुनाव में रामपुर सीट से सबसे बड़ी जीत नवाब जुल्फिकार अली खां उर्फ मिक्की के नाम है। 1984 में हुए लोकसभा चुनाव में मिक्की मियां ने 1.18 लाख मतों से रिकार्ड जीत हासिल की थी।

Rampur Lok Sabha seat: अब तक की सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड मिक्की मियां के नाम, नकवी सबसे कम वोटों से हुए विजयी

लोकसभा चुनाव में रामपुर सीट से सबसे बड़ी जीत नवाब जुल्फिकार अली खां उर्फ मिक्की के नाम है। 1984 में हुए लोकसभा चुनाव में मिक्की मियां ने 1.18 लाख मतों से रिकार्ड जीत हासिल की थी।

रामपुर सीट पर अब तक हुए लोकसभा चुनाव में नवाब जुल्फिकार अली खां उर्फ मिक्की मियां ने सबसे ज्यादा वोटों से जीत हासिल की है। उन्होंने भाजपा के राजेंद्र शर्मा को 1.18 लाख वोटों से पराजित कर दिया था। इसके अलावा यहां से भाजपा के मुख्तार अब्बास नकवी सबसे कम अंतर से विजयी हुए थे। 

लोकसभा चुनाव में रामपुर सीट से सबसे बड़ी जीत नवाब जुल्फिकार अली खां उर्फ मिक्की के नाम है। 1984 में हुए लोकसभा चुनाव में मिक्की मियां ने 1.18 लाख मतों से रिकार्ड जीत हासिल की थी। 72 सालों में 17 चुनावों में यह सबसे बड़ी जीत साबित हुई। उनका यह रिकॉर्ड नहीं टूट सका है। 

रामपुर सीट से रियासत के अंतिम नवाब रजा अली खां के बेटे नवाब जुल्फिकार अली खां उर्फ मिक्की मियां सियासत में उतरे और कई रिकॉर्ड अपने नाम किए। पहला रिकॉर्ड जहां हैट्रिक बनाने का था तो वहीं दूसरा रिकार्ड पांच बार सांसद बनने का भी रहा। तीसरा रिकाॅर्ड भी उनके नाम रहा। 

1952 से लेकर 2019 तक के चुनावी सफर पर गौर किया जाए तो रामपुर के 72 साल के चुनावी इतिहास में सबसे बड़ी जीत उन्हीं के नाम है। 1984 में जब प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या कर दी गई और फिर इसके बाद देश भर में लोकसभा चुनाव हुए तो उस वक्त कांग्रेस की सहानुभूति लहर देश में चली।

इसका फायदा रामपुर से कांग्रेस के प्रत्याशी नवाब जुल्फिकार अली खां उर्फ मिक्की मियां को भी मिला। मिक्की मियां ने 1984 में भाजपा के राजेंद्र शर्मा को 1.18 लाख वोटों से पराजित कर दिया था। वह 1989 में भी शानदार तरीके से जीते थे। मिक्की मियां के बाद उनकी विरासत संभालने वाली उनकी पत्नी बेगम नूरबानो ने बड़ी जीत तो दर्ज की, लेकिन वह भी मिक्की मियां का रिकार्ड नहीं तोड़ पाईं।

 उन्होंने 1999 मे भाजपा के प्रत्याशी मुख्तार अब्बास नकवी को 1.15 लाख वोटों से हराकर दूसरी बड़ी जीत हासिल की। इसके बाद वर्ष 2019 में पहली बार सपा-बसपा के गठबंधन के टिकट पर चुनाव लड़े सपा नेता आजम खां ने भी बड़ी जीत हासिल की। लेकिन वह भी मिक्की मियां का रिकार्ड नहीं तोड़ पाए। 

सबसे कम वोटों से जीत का रिकाॅर्ड नकवी के नाम पर
जहां मिक्की मियां ने सबसे ज्यादा वोटों से जीतने का रिकार्ड बनाया तो वहीं अब तक पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने सबसे कम अंतर से जीत का रिकार्ड बनाया। नकवी रामपुर से दो बार चुनाव लड़े। पहले चुनाव में उन्होंने 4966 वोटों से ही जीत हासिल की थी।

उस वक्त नकवी को 265116 वोट हासिल हुए,जबकि उनकी निकटतम कांग्रेस प्रत्याशी बेगम नूरबानों को 2,60150 वोट मिले थे,लेकिन इसके बाद नूरबानों ने अपनी इस हार का बदला एक साल बाद ही हुए लोकसभा चुनाव  यानि 1999 में हुए चुनाव में नकवी को रिकाॅर्ड 1.15 लाख वोटों से हारकर लिया।

कौन कितने वोटों के अंतर से जीता

चुनाव        विजेता                   जीत का अंतर
1952    अबुल कलाम आजाद     34933
1957    रजा सैयद मेहंदी            68757
1962    रजा सैयद मेहंदी           43,695
1967    जुल्फिकार अली खां      48,899
1971    जुल्फिकार अली खां       64,340
1977    राजेंद्र शर्मा                   88,078
1980    जुल्फिकार अली खां       70,408
1984    जुल्फिकार अली खां       118,957 
1989    जुल्फिकार अली खां       10792 
1991    राजेंद्र शर्मा                   49809
1996    बेगम नूरबानो                74,747
1998    मुख्तार अब्बास नकवी    4,966
1999    बेगम नूरबानो                115,471
2004    जयाप्रदा                        85,474 
2009    जयाप्रदा                        30 931
2014    डाॅ.नैपाल सिंह                23,435 
2019    आजम खां                   109,997