इंदौर:- पूजा गर्ग ने पूरी की इंदौर से नाथू-ला दर्रे तक की साहसिक यात्रा, 4 हजार 500 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर हौसले की मिसाल पेश की
व्यक्ति यदि कुछ कर गुजरने का दृढ़ निश्चय कर ले तो वह विपरीत परिस्थितियों के बावजूद अपनी मंज़िल पा लेता हैं। कुछ ऐसी ही हौसले और दृढ़ निश्चय की कहानी इंदौर निवासी पूजा गर्ग की है।

व्यक्ति यदि कुछ कर गुजरने का दृढ़ निश्चय कर ले तो वह विपरीत परिस्थितियों के बावजूद अपनी मंज़िल पा लेता हैं। कुछ ऐसी ही हौसले और दृढ़ निश्चय की कहानी इंदौर निवासी पूजा गर्ग की है। खुद केंसर की मरीज़ होने और स्पाइनल कॉर्ड की बीमारी होने के बावजूद उन्होंने इंदौर से नाथू-ला दर्रे तक की साहसिक यात्रा उन्होंने अपनी रेट्रोफिटेड दो पहिया वाहन से पूरी करके हौसले की एक मिसाल कायम की। कैंसर रोगी पूजा गर्ग ने इंदौर से नाथुला दर्रे तक 4 हजार 500 किलोमीटर की महत्वाकांक्षी कैंसर जागरूकता बाइक यात्रा महज 17 दिन में पूरी की। अपनी सफलता पर पूजा ने कहा कि इस कैंसर यात्रा का मकसद ठान लिया तो ठान लिया को पूर्ण करते हुए कैंसर और अन्य घातक बीमारियों से डरना नहीं बल्कि डट के मुकाबला करना ही मकसद था। पूजा गर्ग और उसकी टीम ने भोपाल, जबलपुर, रीवा, मैहर, वाराणसी, पटना, सिलीगुड़ी, दार्जिलिंग, गंगटोक और अंततः नाथुला दर्रे से होते हुए एक चुनौतीपूर्ण मार्ग से यात्रा की। उच्च ऊंचाई वाली हिमालयी सड़कों और कम ऑक्सीजन वाली परिस्थितियों से निपटते हुए, टीम 14 हजार 400 फीट की ऊंचाई तक पहुँची। नाथुला पहुंचने पर तिरंगा फहराया गया। वहां भारतीय सेना के जवानों ने इस साहसी यात्रा के लिए पूजा को बहुत बधाई दी और सम्मान पत्र भेंट किया ।