अधिकारी मैदानी दौरा कर गाइड लाइन के अनुसार तत्परता से कार्य करवायें : मंत्री श्रीमती उइके

संभागीय एवं जिला अधिकारी मैदानी दौरा कर गाइड लाइन के अनुसार तत्परता से जल जीवन मिशन के कार्य को प्राथमिकता से करवायें।

अधिकारी मैदानी दौरा कर गाइड लाइन के अनुसार तत्परता से कार्य करवायें : मंत्री श्रीमती उइके

वीसी के माध्यम से पूरे प्रदेश के अधिकारियों से जुड़कर जल जीवन मिशन की समीक्षा की बारिश में पेयजल की स्वच्छता का रखा जाये विशेष ध्यान
मध्यप्रदेश जियो टेगिंग में देश में प्रथम स्थान पर

संभागीय एवं जिला अधिकारी मैदानी दौरा कर गाइड लाइन के अनुसार तत्परता से जल जीवन मिशन के कार्य को प्राथमिकता से करवायें। यह बात लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्रीमती सम्पतिया उइके ने जल भवन में वीसी के माध्यम से पूरे प्रदेश के अधिकारियों से जुड़कर जल जीवन मिशन की समीक्षा में कही। मंत्री श्रीमती उइके ने कहा कि जल जीवन मिशन के कार्यों को गुणवत्ता साथ समय-सीमा में पूर्ण करें।बारिश में पेयजल की स्वच्छता का रखा विशेष ध्यान रखा जाये। ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिये पेयजल का नियमित परीक्षण करवायें एवं पानी का क्लोरिनेशन एवं पानी की टंकी की सफाई आदि का कार्य भी नियमित रूप से करवाया जाये। लम्बे समय से अपूर्ण योजनाओं को दो माह में पूर्ण करने के निर्देश दिये। तय समय सीमा में कार्य पूर्ण नहीं करने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिये। मंत्री श्रीमती उईके ने बालाघाट की कार्यशैली से नाराज होकर कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये।

श्रीमती उइके ने कहा कि सभी अधिकारी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन पूरी ईमानदारी के साथ करें। विभाग का कार्य ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने जैसे पवित्र कार्य से जुड़ा है। योजनाओं का सर्टिफिकेशन का कार्य 15 अगस्त पर होने वाली ग्रामसभा में करवाया जाये। जियो टेगिंग में पूरे देश में प्रथम स्थान पर आने पर मंत्री ने अधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि अच्छा कार्य करने वाले अधिकारियों को पुरस्कृत भी किया जाये। सभी अधिकारियों ने गर्मी में ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल जल उपलब्ध कराने के लिये सराहनीय कार्य किया है। जल जीवन योजना के परीक्षण के बाद ही पंचायत को हेण्डओवर किया जाये। मंत्री श्रीमती उइके ने संभागवार, जिलावार एवं खण्डवार जल जीवन मिशन की समीक्षा कर मुख्य अभियंता, अधीक्षण यंत्री, कार्यपालन यंत्री एवं सहायक यंत्रियों को कार्य में प्रगति लाने के निर्देश दिये।

सचिव श्री पी. नरहरि ने कहा कि हर 15 दिन में कार्यों की समीक्षा की जायेगी और संभागीय स्तर पर भी नियमित रूप से कार्यों की समीक्षा की जायेगी। सभी अधिकारी अपने कार्यों को प्राथमिकता के साथ समय सीमा में पूर्ण करें। बैठक में प्रमुख अभियंता श्री के.के. सोनगरिया भी उपस्थित थे।