स्पैम कॉल्स से परेशान? Jio, Airtel, Vi और BSNL यूज़र्स ऐसे करें DND एक्टिवेट और पाएं राहत

बार-बार आने वाली स्पैम कॉल्स और प्रमोशनल मैसेज से परेशान हैं? जानें कैसे Jio, Airtel, Vi और BSNL यूज़र्स DND फीचर एक्टिवेट कर अनचाही कॉल्स को हमेशा के लिए ब्लॉक कर सकते हैं।

स्पैम कॉल्स से परेशान? Jio, Airtel, Vi और BSNL यूज़र्स ऐसे करें DND एक्टिवेट और पाएं राहत

आज के डिजिटल युग में मोबाइल फोन केवल बातचीत का जरिया नहीं बल्कि हमारे रोजमर्रा के कामों का एक अहम हिस्सा बन चुका है। चाहे बैंकिंग हो, ऑफिस वर्क या सोशल कनेक्शन—सब कुछ अब इसी डिवाइस से होता है। लेकिन जब दिनभर स्पैम कॉल्स, लोन ऑफर्स, क्रेडिट कार्ड प्रमोशन्स और इंश्योरेंस कॉल्स फोन पर आने लगें तो यह डिवाइस परेशानी का कारण बन जाता है। कई बार लोग इतनी अधिक टेलीमार्केटिंग कॉल्स से तंग आ जाते हैं कि फोन उठाने का मन ही नहीं करता।

अगर आप भी इन अनवांटेड कॉल्स से परेशान हैं तो इसका एक पक्का और आसान समाधान है – DND (Do Not Disturb) फीचर। यह एक सरकारी सेवा है जिसे TRAI यानी टेलीकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने शुरू किया है। DND फीचर का मुख्य उद्देश्य यूज़र्स को प्रमोशनल कॉल्स और मैसेज से राहत देना है। Jio, Airtel, Vi और BSNL जैसे सभी टेलीकॉम नेटवर्क DND सेवा उपलब्ध कराते हैं।

DND को एक्टिवेट करना बेहद आसान है। अगर आप चाहें तो सभी नेटवर्क्स पर एक साथ DND एक्टिवेट करने के लिए अपने फोन से 1909 नंबर पर एक SMS भेज सकते हैं। इसके बाद स्क्रीन पर दिए गए निर्देशों का पालन करके आप यह सेवा शुरू कर सकते हैं।

इसके अलावा हर नेटवर्क का अपना मोबाइल ऐप भी है जिससे आप इस सुविधा को चालू कर सकते हैं। Airtel Thanks App, MyJio App, और Vi App में जाकर आप सेटिंग्स में DND सेक्शन खोजकर इसे एक्टिव कर सकते हैं। वहां से आप अपनी सुविधा के अनुसार स्पैम कॉल्स और मैसेज को ब्लॉक कर सकते हैं।

DND एक बेहद प्रभावशाली तरीका है जिससे आप अपने फोन पर बार-बार आने वाले प्रमोशनल कॉल्स और अनचाहे मैसेज से छुटकारा पा सकते हैं। यह न सिर्फ आपकी प्राइवेसी की रक्षा करता है बल्कि आपको मानसिक शांति भी प्रदान करता है। एक बार DND एक्टिव हो जाने के बाद आपके फोन पर फालतू की कॉल्स आनी लगभग बंद हो जाती हैं और आप अपने जरूरी कामों पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।

Disclaimer:
इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य स्रोतों और मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। किसी भी सरकारी सेवा को एक्टिवेट करने से पहले संबंधित नेटवर्क की आधिकारिक वेबसाइट या कस्टमर सर्विस से जानकारी जरूर लें।