क्या पैदल चलना वाकई फायदेमंद है? जानिए इससे जुड़ी सच्चाई और सेहत पर इसका असर

क्या वाकई वॉकिंग से मसल्स बनते हैं या फैट घटता है? जानिए एक्सपर्ट्स और रिसर्च के अनुसार वॉकिंग सेहत के लिए कितनी फायदेमंद है और क्या इसे रोज़मर्रा की एक्सरसाइज माना जा सकता है।

क्या पैदल चलना वाकई फायदेमंद है? जानिए इससे जुड़ी सच्चाई और सेहत पर इसका असर

आज के समय में ज्यादातर लोग पैदल चलने को सबसे आसान और पसंदीदा फिजिकल एक्टिविटी मानते हैं, खासकर अमेरिका जैसे देशों में यह आदत सबसे अधिक पाई जाती है। लोगों को लगता है कि वॉकिंग करना फिटनेस का एक सरल तरीका है, लेकिन क्या वाकई इससे मसल्स बिल्ड होते हैं या फैट बर्न होता है? या फिर ये बस एक ऐसा जरिया है जो हमें कुछ देर के लिए डेस्क से दूर करता है? इस सवाल का जवाब जानना जरूरी है, ताकि हम समझ सकें कि पैदल चलने का शरीर पर असल असर क्या होता है।

शारीरिक दृष्टिकोण से वॉक करना एक सम्पूर्ण हेल्थ एक्टिविटी मानी जाती है। जब हम पैदल चलते हैं, तो हमारी मसल्स हमें आगे बढ़ाने के लिए सक्रिय हो जाती हैं जिससे शरीर की एनर्जी एक्सपेंडिचर बढ़ जाती है। इसका असर शरीर के मेटाबॉलिज्म पर पड़ता है और धीरे-धीरे हमारी बॉडी अधिक एनर्जी डिमांड करने लगती है।

स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की एक स्टडी में यह बात सामने आई थी कि वॉकिंग से क्रिएटिव थिंकिंग को भी बढ़ावा मिलता है। अगर आप किसी विषय पर सोच रहे हैं और पैदल चल रहे हैं, तो दिमाग में ज़्यादा बेहतर और नये विचार आते हैं। इस तरह वॉकिंग केवल बॉडी को नहीं बल्कि माइंड को भी एक्टिव करती है।

जब आप चलते हैं, तो शरीर मसल्स, फैट और लिवर टिशूज से पोषक तत्व लेकर उन्हें एनर्जी में बदलना शुरू कर देता है। इस प्रक्रिया से बॉडी एनर्जेटिक रहती है और एक्टिवनेस बनी रहती है। हालांकि वॉकिंग से मसल्स में थोड़ी मजबूती जरूर आती है, खासकर क्वाड्रिसेप्स, हैमस्ट्रिंग्स और काफ मसल्स को टोन करने में मदद मिलती है, लेकिन असली मसल बिल्डिंग के लिए आपको वेट ट्रेनिंग, रेजिस्टेंस एक्सरसाइज या हाई इंटेंसिटी वर्कआउट करने की जरूरत होती है।

अगर आप पहले कोई फिजिकल एक्टिविटी नहीं कर रहे थे, तो शुरुआत वॉकिंग से करना आपके शरीर को एक्टिव करने का बेहतरीन तरीका है। वहीं बात करें फैट बर्निंग की, तो यहां वॉकिंग बहुत असरदार साबित हो सकती है। नियमित रूप से पैदल चलने से बॉडी फैट कम होने लगता है और वजन घटाने में मदद मिलती है। 2020 की एक स्टडी भी इस ओर इशारा करती है कि वॉकिंग जैसी लो-इंटेंसिटी एक्टिविटीज़ से भी वेट लॉस संभव है, खासकर उन लोगों के लिए जो शुरुआत में अधिक भारी एक्सरसाइज नहीं कर सकते।

इसलिए, अगर आप फिट रहना चाहते हैं और किसी भी एक्सरसाइज से दूरी बना रखी है, तो वॉकिंग आपके लिए एक सरल और प्रभावी विकल्प हो सकता है। ये न सिर्फ शरीर को बल्कि दिमाग को भी सक्रिय रखती है और ओवरऑल फिटनेस में अहम भूमिका निभाती है।

Disclaimer:
इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मीडिया रिपोर्ट्स और रिसर्च पर आधारित है। किसी भी सुझाव को अपनाने से पहले चिकित्सक या फिटनेस एक्सपर्ट से परामर्श अवश्य लें।