काशी विश्वनाथ मंदिर में भक्तों का सैलाब: 45 दिनों में तीन करोड़ श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

महाकुंभ के प्रभाव के बीच काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की आस्था का नया रिकॉर्ड बना है। मंदिर प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार, बीते 45 दिनों में तीन करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए हैं।

काशी विश्वनाथ मंदिर में भक्तों का सैलाब: 45 दिनों में तीन करोड़ श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

महाकुंभ के प्रभाव के बीच काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की आस्था का नया रिकॉर्ड बना है। मंदिर प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार, बीते 45 दिनों में तीन करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए हैं। यानी औसतन हर दिन साढ़े छह लाख से ज्यादा भक्त मंदिर पहुंचे, जो कि मंदिर के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी संख्या है।

माघ और फाल्गुन में उमड़ा भक्तों का जनसैलाब

इस बार सावन की तुलना में माघ और फाल्गुन के महीनों में भक्तों की भारी भीड़ देखी गई। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, महाशिवरात्रि और मौनी अमावस्या पर श्रद्धालुओं की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ। मौनी अमावस्या के दिन 11 लाख से ज्यादा भक्त दर्शन करने पहुंचे, जबकि महाशिवरात्रि के 46 घंटों में 17 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए।

आठ दिन में एक करोड़ भक्तों ने किए दर्शन

13 जनवरी से 19 फरवरी के बीच मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या दो करोड़ को पार कर चुकी थी। 27 फरवरी को जारी आंकड़ों के मुताबिक, यह आंकड़ा तीन करोड़ तक पहुंच गया, यानी महज आठ दिनों (20 से 27 फरवरी) में एक करोड़ से अधिक भक्त मंदिर पहुंचे।

श्रद्धालुओं की संख्या हर साल बना रही नया रिकॉर्ड

श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए, यह साफ है कि बाबा विश्वनाथ के प्रति आस्था हर वर्ष नई ऊंचाइयों को छू रही है। पहली बार 2022 में सावन के महीने में एक करोड़ से अधिक भक्तों ने जलाभिषेक किया था। 2023 में यह आंकड़ा और बढ़ा, जब 60 दिनों में 1.63 करोड़ से अधिक श्रद्धालु दर्शन के लिए आए। वहीं, 2024 में सावन के दौरान 53.84 लाख भक्तों ने बाबा का जलाभिषेक किया।

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में भक्तों की लगातार बढ़ती संख्या आस्था का प्रमाण है और आने वाले समय में यह रिकॉर्ड और आगे बढ़ सकता है।