आगरा में आयोजित हुआ ‘इंडियन वेडिंग इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव एंड एक्सपो 2025’, शादी उद्योग को नई दिशा देने पर हुई चर्चा

आगरा में यूपी वेडिंग इंडस्ट्री एसोसिएशन द्वारा आयोजित ‘इंडियन वेडिंग इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव एंड एक्सपो 2025’ में देशभर के वेडिंग एक्सपर्ट्स, डिजाइनर्स और उद्योगपतियों ने भाग लिया।

आगरा में आयोजित हुआ ‘इंडियन वेडिंग इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव एंड एक्सपो 2025’, शादी उद्योग को नई दिशा देने पर हुई चर्चा

आगरा में उत्तर प्रदेश का पहला दो दिवसीय ‘इंडियन वेडिंग इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव एंड एक्सपो 2025’ भव्य रूप से आयोजित किया गया। इस आयोजन की मेजबानी यूपी वेडिंग इंडस्ट्री एसोसिएशन ने की और इसका आयोजन होटल आईटीसी मुगल में हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने दीप प्रज्वलित कर किया।

इस विशेष एक्सपो में देशभर से वेडिंग इंडस्ट्री से जुड़े विशेषज्ञों, उद्योगपतियों, होटलियर्स, डेकोरेटर्स, फैशन डिजाइनर्स, फोटोग्राफर्स और ब्यूटी एक्सपर्ट्स ने भाग लिया। आयोजन स्थल पर 50 से अधिक स्टॉल्स लगाए गए थे, जिनमें वेडिंग प्लानर्स, ज्वेलरी ब्रांड्स, होटल ग्रुप्स और एंटरटेनमेंट कंपनियां शामिल रहीं।

कॉन्क्लेव के दौरान भारतीय वेडिंग इंडस्ट्री के भविष्य, वैश्विक संभावनाओं और नए नवाचारों पर विस्तृत चर्चा हुई। वक्ताओं ने इस क्षेत्र के तेजी से बढ़ते व्यवसायिक अवसरों, नई तकनीकों और क्रिएटिव ट्रेंड्स पर अपने विचार रखे।

उद्घाटन सत्र में बोलते हुए प्रो. एसपी सिंह बघेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘वेड इन इंडिया’ विज़न से भारतीय शादी उद्योग को वैश्विक स्तर पर नई पहचान मिलेगी। उन्होंने कहा कि भारत की समृद्ध परंपराएं और विविधता इस उद्योग को दुनिया के सबसे आकर्षक क्षेत्रों में से एक बनाती हैं।

बघेल ने आगरा को ‘वेडिंग कॉरिडोर’ के रूप में विकसित करने की संभावना जताई। उन्होंने कहा कि शहर की ऐतिहासिक धरोहरें, शानदार होटल इन्फ्रास्ट्रक्चर और बेहतर कनेक्टिविटी इसे देश का प्रमुख वेडिंग डेस्टिनेशन बना सकती हैं।

कार्यक्रम के दौरान विशेषज्ञों ने यह भी कहा कि भारतीय वेडिंग इंडस्ट्री, जो हर साल अरबों डॉलर का कारोबार करती है, अब अंतरराष्ट्रीय मंच पर तेजी से उभर रही है। ऐसे आयोजन न केवल व्यवसायिक नेटवर्किंग को बढ़ावा देते हैं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत और स्थानीय रोजगार को भी सशक्त बनाते हैं।

‘इंडियन वेडिंग इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव एंड एक्सपो 2025’ ने यह संदेश दिया कि भारत की शादियाँ केवल परंपरा का प्रतीक नहीं, बल्कि नवाचार और उद्यमिता का एक सशक्त मंच भी बन चुकी हैं।