Budaun: संत विदेह नंदनी शरण महाराज का निधन, अंतिम दर्शन को जुटे हजारों लोग, अयोध्या में दी जाएगी समाधि
बरेली में उपचार के दौरान विदेह नंदनी शरण महाराज ने ली अंतिम सांस सोई आश्रम के संत विदेह नंदनी शरण महाराज 75 वर्ष के थे। पांच दिन पहले उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई थी। पहले उन्हें मुरादाबाद के अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत में सुधार न होने पर उन्हें बरेली रेफर किया गया। जहां शनिवार सुबह पांच बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।

बरेली में उपचार के दौरान विदेह नंदनी शरण महाराज ने ली अंतिम सांस
सोई आश्रम के संत विदेह नंदनी शरण महाराज 75 वर्ष के थे। पांच दिन पहले उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई थी। पहले उन्हें मुरादाबाद के अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत में सुधार न होने पर उन्हें बरेली रेफर किया गया। जहां शनिवार सुबह पांच बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।
बदायूं के सोई आश्रम के विदेह नंदनी शरण महाराज का शनिवार सुबह करीब पांच बजे बरेली में उपचार के दौरान निधन हो गया। पांच दिन पहले अचानक उनकी तबीयत खराब हुई थी। उन्हें मुरादाबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन हालत में सुधार न होने पर उन्हें बरेली के रुहेलखंड मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां सुबह पांच बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।
विदेह नंदनी शराण महाराज 75 साल के थे। वह करीब 30 साल पहले सोई आए थे और यहां आश्रम बनाया था। उनके आश्रम ऋषिकेश और हरिद्वार में भी हैं। वह हनुमान जी के अनंत भक्त थे। उनके शिष्यों और भक्तों का कहना कि विदेह नंदनी शरण महाराज सिद्ध पुरुष थे। उनकी शरण में जो आया था। वह कभी खाली हाथ नहीं गया।
अब तक उनके यहां तमाम बड़े अधिकारी और नेता आशीर्वाद लेने आ चुके हैं। शनिवार सुबह जब लोगों ने उनके निधन की खबर सुनी तो आश्रम पर भक्तों का पहुंचना शुरू हो गया। उनके शिष्य संत शरण महाराज ने बताया कि महाराज जी को अयोध्या में समाधि दी जाएगी। उनके शरीर को अयोध्या ले जाने की तैयारी चल रही है।
आश्रम में पहुंचे हजारों भक्त
बदायूं शहर से करीब 15 किलो मीटर दूर सोई एक छोटा गांव है लेकिन महाराज जी के आश्रम की बड़ी मान्यता है। यहां सुबह से ही हजारों भक्त पहुंच गए। लोगों को आश्रम में खड़े होने की जगह नहीं बची है। लोगों आश्रम के बाहर सड़कों पर और गांव की गलियों में खड़े हैं और महाराज के अंतिम दर्शन करना चाहते हैं।