मनुस्मृति का विरोध करने वाली पहली ब्राह्मण महिला थीं पंडिता रमाबाई- सुजाता
मनुस्मृति का विरोध करने वाली पहली ब्राह्मण महिला थीं पंडिता रमाबाई- सुजाता
सुजाता लिखती हैं-पितृसत्ता को पहचानने में पंडिता रमाबाई ने न सिर्फ जीवन में दुखों और संघर्षों का सामना किया था बल्कि सभी हिन्दू ग्रंथ और शास्त्र खंगाल डाले थे. मनुस्मृति की तीखी आलोचना करते हुए शानदार किताब लिखी ‘हिंदू स्त्री का जीवन’. सुजाता कहती हैं कि रमाबाई के बारे में हमारे समाज की हर स्त्री को जानना और पढ़ना चाहिए.
सुजाता लिखती हैं-पितृसत्ता को पहचानने में पंडिता रमाबाई ने न सिर्फ जीवन में दुखों और संघर्षों का सामना किया था बल्कि सभी हिन्दू ग्रंथ और शास्त्र खंगाल डाले थे. मनुस्मृति की तीखी आलोचना करते हुए शानदार किताब लिखी ‘हिंदू स्त्री का जीवन’. सुजाता कहती हैं कि रमाबाई के बारे में हमारे समाज की हर स्त्री को जानना और पढ़ना चाहिए.