UP News: एक ही गांव में आठ दिन में 12 ग्रामीणों की मौत, ग्रामीण बोले- बुखार से गई जान, कई लोग हैं बीमार

12 ग्रामीणों की मौत के बाद जागा स्वास्थ्य विभाग, गांव में लगाया शिविर, जांच कर दी दवाई

UP News: एक ही गांव में आठ दिन में 12 ग्रामीणों की मौत, ग्रामीण बोले- बुखार से गई जान, कई लोग हैं बीमार

लखीमपुर खीरी जिले की ग्राम पंचायत भिरावाग्रंट के मजरा मदारीपुरवा में आठ दिन में 12 ग्रामीणों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग जागा है। एसडीएम से शिकायत के बाद स्वास्थ्य टीम गांव पहुंची। ग्रामीणों की जांच की और इलाज किया। तीन माह के अंदर गांव के 16 लोगों की मौत क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी है। ग्रामीण बुखार व अन्य बीमारियों से मौत होने की बात कह रहे हैं।

मितौली ब्लॉक के गांव मदारीपुरवा के ग्रामीणों ने गोविंद प्रसाद की अगुवाई में बुधवार को मितौली एसडीएम को शिकायतीपत्र देकर बताया कि गांव में तीन माह में 14 और आठ दिन में 10 लोगों की मौत हो जाने की बात कही। बाद में ग्रामीणों ने दो अन्य लोगों की मौत हो जाने की बात भी कही। एक महिला की मौत बुधवार को ही हुई है।

सभी के नाम भी बताए हैं। ग्रामीणों के अनुसार, इन मौतों का कारण बुखार है, जिसके लक्षण मलेरिया जैसे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि इतनी मौतों के बाद भी गांव में न तो फागिंग कराई गई और न ही साफ-सफाई। पंचायत के मजरा चूरईपुरवा में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र होने के बाद भी गांव में कैंप तक नहीं लगाए गए हैं।

बीमारी के चलते गांव के सुनील (35), कांति (32), अखिलेश (35), फूलमती (70), प्रकाश (72), चांदनी (28), मतिका (72), प्रताप (38), जसकरन (40), दाताराम (42), रामप्यारी (66), आरती (24), हिमालवती (18), खुशबू (15), रामगुनी( 39) व आठ वर्षीय एसपी गौतम पुत्री दीपू मौत के मुंह में समा गए हैं। इसमें बुधवार को रामगुनी (39) पत्नी मंगरे की मौत हो गई। परिजनों का कहना है वह कई दिनों से बुखार से पीड़ित थीं। शिकायत के बाद उच्चाधिकारियों की दखल के बाद गांव में स्वास्थ्य टीम गांव पहुंची है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम का नेतृत्व कर रहे सीएचसी अधीक्षक डॉ. देवेंद्र सिंह ने बताया कि टीम ने मलेरिया व अन्य बीमारियों की जांच कर एंटी लार्वा का गांव में छिड़काव कराया जा रहा है। गांव में 60 लोगों की जांच भी की गई है। इसमें पांच लोग मलेरिया पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके अलावा गांव के करीब 200 लोगों को बुखार व अन्य बीमारियों की दवाएं दी गई हैं। अधीक्षक ने बताया कि गांव के कुछ लोगों की मौत घर से दिल्ली जाते समय भी हुई है। कुछ मरीज झोलाछाप डॉक्टरों का शिकार बने हैं। मौतों की सही वजह की जांच की जा रही है।