सीएम नीतीश कुमार देंगे श्रमिकों को पहली बार वार्षिक वस्त्र सहायता, खातों में आएंगे ₹5000
राज्य सरकार ने ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए निबंधित श्रमिकों को वार्षिक वस्त्र सहायता योजना के तहत ₹5000 सीधे बैंक खातों में ट्रांसफर करने का फैसला किया है। इससे 16 लाख से अधिक श्रमिकों को लाभ मिलेगा।

श्रमिकों को पहली बार वस्त्र सहायता: सरकार सीधे खातों में देगी ₹5000
पटना। राज्य सरकार ने श्रमिक कल्याण के क्षेत्र में ऐतिहासिक कदम उठाते हुए निबंधित श्रमिकों को वार्षिक वस्त्र सहायता योजना के तहत पांच–पांच हजार रुपए देने का फैसला किया है। यह राशि सीधे उनके बैंक खातों में ट्रांसफर की जाएगी। श्रम संसाधन मंत्री संतोष कुमार सिंह ने बताया कि इस योजना से वर्तमान में विभाग में निबंधित 16 लाख 4 हजार 929 श्रमिकों को लाभ मिलेगा और इसके लिए लगभग 802 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार श्रमिक कल्याण दिवस के अवसर पर इसका औपचारिक शुभारंभ करेंगे और कार्यक्रम के दौरान श्रमिकों के खातों में अनुदान की राशि ट्रांसफर की जाएगी।
भवन सेस से पूरा होगा खर्च
श्रम संसाधन मंत्री ने कहा कि इस योजना का खर्च भवन निर्माण कार्यों पर वसूले जाने वाले एक प्रतिशत भवन सेस से पूरा किया जाएगा। इस मद में विभाग के पास लगभग 3,000 करोड़ रुपए की उपलब्धता है।
उन्होंने बताया कि वस्त्र सहायता योजना का प्रावधान 1949 से था, लेकिन आजादी के बाद सात दशकों तक इसे लागू नहीं किया गया। विभाग का कार्यभार संभालने के बाद जब उन्हें इसकी जानकारी मिली तो तुरंत इसे लागू करने का निर्णय लिया गया। मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि यह योजना अब हर साल जारी रहेगी।
अगले वर्ष सभी 34 लाख श्रमिक होंगे शामिल
मंत्री संतोष कुमार सिंह ने बताया कि श्रमिक निबंधन की प्रक्रिया लगातार जारी है और पिछले एक वर्ष में इसमें भारी वृद्धि हुई है। वर्तमान में कुल 34 लाख श्रमिक निबंधित हैं, जिनमें से 17 लाख ने पिछले एक साल में निबंधन कराया है। सरकारी नियमों के अनुसार किसी भी श्रमिक को निबंधन के एक वर्ष बाद योजनाओं का लाभ मिलता है। इसलिए, इस साल केवल 16 लाख श्रमिकों को लाभ मिलेगा, जबकि अगले वर्ष सभी 34 लाख श्रमिक योजना के दायरे में आ जाएंगे।
ऑनलाइन प्रक्रिया और पारदर्शिता
श्रम मंत्री ने कहा कि निबंधन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन कर दी गई है, जिससे कोई भी श्रमिक कभी भी विभागीय पोर्टल पर जाकर निबंधन करा सकता है। इसका उद्देश्य यही है कि कोई भी श्रमिक सरकारी योजनाओं से वंचित न रहे। आने वाले समय में सरकार का लक्ष्य सभी श्रमिकों को न केवल वस्त्र योजना, बल्कि स्वास्थ्य, बीमा, शिक्षा और आवास जैसी अन्य कल्याणकारी योजनाओं से भी जोड़ना है।
श्रमिकों के लिए त्योहारी तोहफा
त्योहारी सीजन से पहले आई इस घोषणा से श्रमिक परिवारों में खुशी का माहौल है। पहली बार सरकार ने श्रमिकों के वस्त्रों की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए प्रत्यक्ष आर्थिक सहायता प्रदान की है। मंत्री ने कहा कि यह पहल केवल शुरुआत है और भविष्य में श्रमिकों के लिए और भी योजनाएं लाई जाएंगी।