Pawan Kalyan is on Sanatan Dharma Yatra: 'सनातन धर्म यात्रा' पर निकले पवन कल्याण, जानें क्या है इसके पीछे का सियासी प्लान?
आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और जनसेना पार्टी के अध्यक्ष पवन कल्याण, 12 फरवरी से अपनी ‘सनातन धर्म यात्रा’ शुरू की है. चार दिवसीय इस आध्यात्मिक यात्रा में वे केरल और तमिलनाडु के प्रमुख मंदिरों के दर्शन करेंगे.

आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और जनसेना पार्टी के अध्यक्ष पवन कल्याण, 12 फरवरी से अपनी ‘सनातन धर्म यात्रा’ शुरू की है. चार दिवसीय इस आध्यात्मिक यात्रा में वे केरल और तमिलनाडु के प्रमुख मंदिरों के दर्शन करेंगे.
आधिकारिक रूप से इसे एक व्यक्तिगत आध्यात्मिक यात्रा बताया जा रहा है, लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस यात्रा के व्यापक राजनीतिक प्रभाव भी हो सकते हैं, जिससे दक्षिण भारत में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के लिए समर्थन मजबूत हो सकता है, क्योंकि तमिलनाडु और केरल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने है.
यात्रा का विस्तृत कार्यक्रम:
- 12 फरवरी: केरल के कोचीन के पास स्थित महर्षि अगस्त्य ऋषि मंडी और तिरुवनंतपुरम में अनंत पद्मनाभ स्वामी मंदिर के दर्शन.
- 13 फरवरी: तमिलनाडु के मदुरै में मीनाक्षी मंदिर के दर्शन.
- 14 फरवरी: केरल के तिरुवल्लम में श्री परशुराम स्वामी मंदिर की तीर्थयात्रा.
- 15 फरवरी: तमिलनाडु के कुंभकोणम के पास तिरुवदुथुराई में अगस्त्य जीव समाधि और कुंभेश्वर मंदिर के दर्शन.
तिरुपति मंदिर के लड्डू प्रसाद में मिलावट को लेकर किया था पश्चाताप व्रत
पवन कल्याण ने हाल ही में सनातन धर्म की रक्षा के लिए ‘सनातन धर्म रक्षा बोर्ड’ के गठन की आवश्यकता पर बल दिया था. उन्होंने तिरुपति में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था कि सनातन धर्म की मान्यताओं की रक्षा के लिए एक मजबूत राष्ट्रीय कानून की आवश्यकता है. उन्होंने तिरुपति मंदिर के लड्डू प्रसाद में मिलावट को लेकर खेद करते हुए पश्चाताप व्रत भी किया था. इस मुद्दे पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए पवन कल्याण ने प्रायश्चित के लिए 11 दिन का व्रत रखने का संकल्प किया था. उनका कहना था कि इस घटना से उन्हें गहरा आघात पहुंचा है और वे व्यक्तिगत तौर पर इसे अपनी जिम्मेदारी मानते हैं. उन्होंने कहा कि वह खुद को दोषी महसूस करते हैं.