बिहार चुनाव: भाजपा ने आयोग के सामने रखी 16 सूत्री मांगें, एक या दो चरणों में मतदान कराने की सिफारिश

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने चुनाव आयोग के सामने 16 सूत्री मांगें रखीं, जिनमें एक या दो चरणों में मतदान, धार्मिक स्थलों से मतदान केंद्र हटाने और केंद्रीय बलों की तैनाती की सिफारिश शामिल है।

बिहार चुनाव: भाजपा ने आयोग के सामने रखी 16 सूत्री मांगें, एक या दो चरणों में मतदान कराने की सिफारिश

बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर शनिवार को चुनाव आयोग ने राज्य के मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ अहम बैठक की। इस बैठक में सभी दलों ने अपने-अपने सुझाव और मांगें आयोग के समक्ष प्रस्तुत कीं। भाजपा की ओर से प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने 16 सूत्री मांगें रखीं और पारदर्शी मतदाता सूची तैयार करने के लिए निर्वाचन आयोग की सराहना की।

भाजपा ने आयोग से अनुरोध किया कि बिहार में चुनाव एक या अधिकतम दो चरणों में संपन्न कराए जाएं, ताकि प्रशासनिक और सुरक्षा व्यवस्था पर नियंत्रण बेहतर रखा जा सके। पार्टी ने कहा कि कई विधानसभा क्षेत्रों में मतदान केंद्र धार्मिक स्थलों पर बने हुए हैं, जबकि अब उन इलाकों में पर्याप्त सरकारी भवन, स्कूल और कॉलेज मौजूद हैं। भाजपा ने मांग की कि इन पुराने मतदान केंद्रों की समीक्षा कर उन्हें नए सरकारी भवनों में स्थानांतरित किया जाए, ताकि किसी भी धार्मिक विवाद या असुविधा से बचा जा सके।

इसके अलावा भाजपा ने मतदाताओं को समय पर वोटर स्लिप वितरित करने की भी मांग की, ताकि हर मतदाता को मतदान केंद्र तक पहुंचने में सुविधा हो। पार्टी ने आयोग से आग्रह किया कि मतदान से एक दिन पहले संबंधित विधानसभा क्षेत्रों में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों का फ्लैग मार्च कराया जाए और मतदान के दिन सभी जिला और विधानसभा सीमाओं को पूरी तरह सील किया जाए।

भाजपा ने साफ-सुथरे और निष्पक्ष चुनाव के लिए सुझाव दिया कि मतदान केंद्रों पर ढके हुए चेहरे वाले मतदाताओं की पहचान स्वीकृत पहचान पत्र से मिलान करने के बाद ही उन्हें मतदान की अनुमति दी जाए। पार्टी का कहना है कि यह कदम मतदान प्रक्रिया की पारदर्शिता और सुरक्षा को मजबूत करेगा।

भाजपा की इन मांगों पर चुनाव आयोग ने कहा कि सभी सुझावों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा और आवश्यक निर्णय जल्द ही लिए जाएंगे।