पीएम मोदी ने 'युवा आध्यात्मिक सम्मेलन' को बताया नशा मुक्त भारत की दिशा में बड़ा कदम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘युवा आध्यात्मिक सम्मेलन’ को नशा मुक्त भारत अभियान की दिशा में अहम पहल बताया। सम्मेलन में युवाओं की भागीदारी को राष्ट्रीय आंदोलन का रूप देने की बात कही गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को 'युवा आध्यात्मिक सम्मेलन' की सराहना करते हुए इसे नशा मुक्त भारत अभियान की दिशा में एक मजबूत पहल बताया। उन्होंने इस सम्मेलन पर आधारित एक लेख साझा कर युवाओं की सक्रिय भागीदारी की प्रशंसा की।
यह सम्मेलन काशी के पवित्र घाटों पर ‘माय भारत’ (MY Bharat) पहल के अंतर्गत आयोजित हुआ। इसका विषय था: “विकसित भारत के लिए नशा मुक्त युवा”। आयोजन का मुख्य उद्देश्य युवाओं के नेतृत्व में देश को नशे की लत से मुक्त करना है।
प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया के सोशल मीडिया पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा,
“डॉ. @mansukhmandviya बहुत अच्छी तरह से बताते हैं कि यह सम्मेलन किस प्रकार नशा मुक्त भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह लेख जरूर पढ़ें!”
डॉ. मांडविया ने अपने पोस्ट में इसे केवल आध्यात्मिक आयोजन नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय युवा आंदोलन की शुरुआत बताया। उन्होंने लिखा,
“यह सम्मेलन एक राष्ट्रीय उद्देश्य के लिए आध्यात्मिक जागरण है। भारत का युवा अब नशे की बुराई से लड़ाई में नेतृत्व कर रहा है।”
सम्मेलन में देशभर से आए युवा नेता, आध्यात्मिक गुरु, और सामाजिक प्रभावशाली व्यक्तित्व शामिल हुए। कार्यक्रम में मानसिक स्वास्थ्य, आध्यात्मिक चेतना, और सामुदायिक सहयोग के ज़रिए नशा मुक्ति के उपायों पर चर्चा की गई।
इस दौरान कई जागरूकता सत्र, संकल्प कार्यक्रम, और युवाओं के लिए विशेष अभियान शुरू किए गए, ताकि पूरे देश में एकजुट होकर नशा मुक्त भारत का संदेश फैलाया जा सके।