वायुसेना प्रमुख ने दिल्ली से सेखों मैराथन 2025 को झंडी दिखाकर रवाना किया

वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह ने आज नई दिल्ली में परमवीर चक्र नर्मलजीत सिंह सेकHON की स्मृति में सेकHON आईएएफ मैराथन 2025 की शुरुआत की।

वायुसेना प्रमुख ने दिल्ली से सेखों मैराथन 2025 को झंडी दिखाकर रवाना किया

नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम से आज सुबह भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह ने सेकHON आईएएफ मैराथन 2025 की शुरुआत की। यह मैराथन परमवीर चक्र विजेता फ्लाइट लेफ्टिनेंट नर्मलजीत सिंह सेकHON की स्मृति को समर्पित है। आयोजन में वायुसेना के जवानों के साथ बड़ी संख्या में नागरिक प्रतिभागियों ने भी भाग लिया। इस मैराथन का उद्देश्य भारतीय वायुसेना के गौरवशाली इतिहास, अनुशासन और देशभक्ति की भावना को जनमानस तक पहुंचाना था।

सेकHON आईएएफ मैराथन 2025 के तहत हाफ मैराथन (21 किलोमीटर), 10 किलोमीटर और 5 किलोमीटर रन की श्रेणियां रखी गई थीं। राजधानी के विभिन्न हिस्सों से सैकड़ों प्रतिभागियों ने इस आयोजन में उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। इस अवसर पर वायुसेना प्रमुख ए.पी. सिंह ने कहा कि यह दौड़ केवल खेल या फिटनेस तक सीमित नहीं है, बल्कि यह देश के वीर सपूत नर्मलजीत सिंह सेकHON के बलिदान को नमन करने का माध्यम है।

मैराथन के उद्घाटन अवसर पर बोलते हुए ए.पी. सिंह ने कहा कि सेकHON जैसे योद्धाओं की वीरगाथा नई पीढ़ी को प्रेरित करती है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि वायुसेना की यह पहल “सेवा, साहस और समर्पण” के मूल्यों को समाज में स्थापित करने का एक प्रयास है। आयोजन स्थल पर प्रतिभागियों को वायुसेना के फिटनेस प्रशिक्षण, रक्षा प्रदर्शन और भारतीय वायुसेना के गौरवशाली इतिहास से जुड़ी प्रदर्शनी भी दिखाई गई।

इस आयोजन का विशेष आकर्षण था – भारतीय वायुसेना के बैंड की देशभक्ति धुनें और युवाओं में जोश भरने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम। आयोजन का समापन सम्मान समारोह के साथ हुआ, जिसमें विजेताओं को प्रमाणपत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए।

भारतीय वायुसेना ने घोषणा की है कि सेकHON आईएएफ मैराथन को अब हर वर्ष आयोजित किया जाएगा, ताकि परमवीर चक्र विजेता फ्लाइट लेफ्टिनेंट नर्मलजीत सिंह सेकHON के साहस, बलिदान और कर्तव्यनिष्ठा को सदैव याद रखा जा सके।

यह आयोजन न केवल देश के वीर जवानों की स्मृति को सम्मान देने का अवसर बना, बल्कि यह फिट इंडिया और स्वस्थ भारत के संदेश को भी सशक्त रूप से सामने लाया।