क्या मोटापा खाने की आदतों से जुड़ा है या व्यायाम की कमी से? नया अध्ययन देता है जवाब
एक अंतरराष्ट्रीय अध्ययन में पाया गया कि विकसित देशों में मोटापे का मुख्य कारण व्यायाम की कमी नहीं, बल्कि प्रोसेस्ड फूड का अधिक सेवन है।

मोटापा आज वैश्विक महामारी बन चुका है, खासकर उन देशों में जो औद्योगिक रूप से विकसित हैं। लंबे समय से यह बहस चलती रही है कि मोटापे का मुख्य कारण ज़्यादा कैलोरी वाला आहार है या शारीरिक गतिविधियों की कमी। एक नया अंतरराष्ट्रीय अध्ययन इस बहस में स्पष्टता लाता है।
यह अध्ययन "प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज (PNAS)" नामक जर्नल में प्रकाशित हुआ है। इसे अमांडा मैकग्रॉस्की और उनकी टीम ने किया, जिसमें 6 महाद्वीपों की 34 विभिन्न आबादियों के 4,213 वयस्कों से आंकड़े लिए गए। इनमें आदिवासी, किसान, पशुपालक और आधुनिक शहरी समाज शामिल थे।
शोधकर्ताओं ने चार चीजों का विश्लेषण किया:
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कुल ऊर्जा खर्च (TEE)
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व्यायाम से हुई ऊर्जा खपत (AEE)
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मूलभूत शरीर क्रियाओं से हुई ऊर्जा खपत (BEE)
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मोटापा मापने के लिए BMI और बॉडी फैट प्रतिशत
शुरुआती परिणामों में यह दिखा कि विकसित देशों में TEE, AEE और BEE अधिक थे, और मोटापा (BMI व फैट प्रतिशत) भी अधिक पाया गया। इससे यह संकेत मिला कि ये लोग अधिक ऊर्जा खर्च भी कर रहे थे।
हालाँकि, जब शोधकर्ताओं ने उम्र, लिंग और शरीर के आकार को ध्यान में रखते हुए डेटा को और गहराई से देखा, तो एक अलग तस्वीर सामने आई।
परिणाम:
TEE और BEE का स्तर थोड़ा गिरा और AEE यानि व्यायाम से हुई ऊर्जा खर्च फिर भी विकसित देशों में अधिक रही। इसका मतलब यह है कि मोटापे का कारण व्यायाम की कमी नहीं है।
बल्कि अध्ययन में यह पाया गया कि विकसित देशों में "अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड" (UPF) जैसे पैकेट वाले स्नैक्स, तैयार भोजन, और प्रोसेस्ड मीट का अधिक सेवन मोटापे का मुख्य कारण है। शोध में यह स्पष्ट किया गया कि जिन लोगों की डाइट में UPF की मात्रा अधिक थी, उनमें बॉडी फैट प्रतिशत भी अधिक पाया गया।
शोधकर्ताओं की राय:
भले ही व्यायाम मोटापे को सीधे नियंत्रित न करता हो, फिर भी यह बीमारियों को रोकने और मानसिक स्वास्थ्य सुधारने में बेहद जरूरी है। साथ ही, प्रोसेस्ड फूड पर नियंत्रण जरूरी है क्योंकि ये खाद्य पदार्थ शरीर की भूख नियंत्रित करने की क्षमता को भी बिगाड़ सकते हैं।
UPF की ऊर्जा सघनता, स्वाद, और पोषक तत्वों की बनावट ऐसी होती है कि ये पेट भरने के संकेतों को बाधित कर देती हैं और व्यक्ति जरूरत से ज्यादा खा लेता है। प्रोसेसिंग से कैलोरी अवशोषण की दर भी बढ़ जाती है, जिससे वजन बढ़ने का खतरा और बढ़ जाता है।
मोटापा केवल "कम चलने-फिरने" से नहीं होता, बल्कि हमारी थाली में रखे पैकेट वाले खाने का इसके पीछे बड़ा हाथ है। व्यायाम करते रहें, लेकिन प्रोसेस्ड फूड से दूरी बनाना ज़रूरी है।
Disclaimer:
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